नागपुर की सड़कों पर दौड़ेंगी 40 नई E-Buses – सफर होगा ग्रीन और स्मूथ!

नागपुर में पब्लिक ट्रांसपोर्ट को मिलेगी नई पहचान – PM E-Bus Scheme के तहत 40 नई E-Buses होंगी शामिल

E-Buses

नागपुर अब और भी स्मार्ट और सस्टेनेबल बनने जा रहा है! शहर में PM E-Bus Scheme के तहत 40 नई electric buses शामिल की जा रही हैं, जिससे पब्लिक ट्रांसपोर्ट और भी eco-friendly और एडवांस हो जाएगा। सेंट्रल गवर्नमेंट इस इनिशिएटिव को देशभर के अलग-अलग शहरों में लागू कर रही है ताकि ग्रीन ट्रांसपोर्टेशन को बढ़ावा मिले। नागपुर म्युनिसिपल कॉरपोरेशन (NMC) भी इस योजना का प्रमुख हिस्सा बना है और कुल 150 e-buses को फेज-वाइज शहर के ट्रांसपोर्ट सिस्टम में जोड़ा जाएगा।

PM E-Bus Scheme: नागपुर को क्या फायदा?

PM E-Bus Service Scheme को Ministry of Housing and Urban Affairs (MoHUA) द्वारा लॉन्च किया गया है, जिसका मकसद है साफ-सुथरी और एफिशिएंट पब्लिक ट्रांसपोर्ट सर्विस उपलब्ध कराना। नागपुर का इस स्कीम में शामिल होना यह दिखाता है कि शहर environmental sustainability और modernized transit system को लेकर सीरियस है।

हाल ही में MoHUA की एक टीम ने नागपुर का दौरा किया और यह जांच की कि शहर नई electric buses के लिए कितना तैयार है। इस टीम में Deputy Team Leader Ram Paunikar, Amandeep Kumar, Consultant Mishra, Kalyan Reddy (JBM Company) और अन्य अधिकारी शामिल थे। उन्होंने electric bus depots का निरीक्षण किया और इंफ्रास्ट्रक्चर की रेडीनेस को चेक किया। रिपोर्ट में यह साफ हुआ कि नागपुर upcoming e-buses को आसानी से ऑपरेट और मेंटेन कर सकता है।

E-Bus Deployment: Infrastructure Development और Fleet Expansion

150 E-Buses को फेज-वाइज डिप्लॉय किया जाएगा

नागपुर म्युनिसिपल कॉरपोरेशन टोटल 150 e-buses को शामिल करेगा, जिनमें से पहली 40 बसें मई तक शहर में दौड़ने लगेंगी। ये बसें पब्लिक ट्रांसपोर्ट को और भी इफेक्टिव और एनवायर्नमेंट-फ्रेंडली बनाएंगी।

  • Khapri और Koradi बस डिपो को इस एक्सपेंशन के लिए अहम इंफ्रास्ट्रक्चर पॉइंट्स के रूप में चुना गया है।
  • सेंट्रल गवर्नमेंट ने हाई-टेंशन (HT) और लो-टेंशन (LT) पावर कनेक्शन और अन्य कंस्ट्रक्शन के लिए फंड अलॉट किया है।
  • Koradi Bus Depot अप्रैल 2025 तक पूरी तरह से ऑपरेशनल हो जाएगा।
  • 33 KV हाई-टेंशन पावर लोड का काम लगभग पूरा हो चुका है, जबकि लो-टेंशन इंस्टॉलेशन का काम चल रहा है।

E-Buses के फायदे: क्यों जरूरी हैं ये बदलाव?

1. पर्यावरण को फायदा

✅ कार्बन एमिशन और एयर पॉल्यूशन में कमी

✅ सस्टेनेबल ट्रांसपोर्टेशन को प्रमोट करना

✅ भारत के Net-Zero Emission Goals को सपोर्ट करना

2. इकोनॉमिक और ऑपरेशनल बेनिफिट्स

✅ डीजल बसों की तुलना में ऑपरेशनल कॉस्ट कम

✅ फ्यूल डिपेंडेंसी कम होने से लॉन्ग-टर्म सेविंग्स

✅ मॉर्डन इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ ट्रांसपोर्ट की एफिशिएंसी बढ़ेगी

3. पैसेंजर्स के लिए कंफर्ट और सुविधा

✅ साइलेंट और स्मूद राइड्स (कम वाइब्रेशन, कम नॉइज़)

✅ स्मूद एक्सेलरेशन और ब्रेकिंग से ट्रैवल टाइम कम होगा

✅ डेली कम्यूटर के लिए एनवायर्नमेंट-फ्रेंडली ऑप्शन

Infrastructure Readiness और Inspection Highlights

MoHUA की टीम ने NMC ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट के साथ मिलकर इंफ्रास्ट्रक्चर रेडीनेस का पूरा रिव्यू किया। इसमें शामिल थे:

  • Municipal Commissioner: Dr. Abhijit Chaudhary
  • Transport Administrator: Vinod Jadhav
  • Senior Managers: Ravindra Paige, Vikas Joshi, Rajiv Ghatole (Operations Manager), Yogesh Lunge (Revenue Inspector), और Sameer Parmar

इस पूरी जांच में ये कन्फर्म हुआ कि नागपुर e-bus fleet को इंटीग्रेट करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। पावर कनेक्शन और डिपो इंफ्रास्ट्रक्चर का काम लगभग पूरा हो चुका है।

Khapri और Koradi Depots का डेवलपमेंट प्लान

Khapri और Koradi डिपो का एक्सपेंशन e-bus operations के लिए बहुत जरूरी है। ये डेवलपमेंट नागपुर की पब्लिक ट्रांसपोर्ट सर्विस को और भी reliable, efficient, और eco-friendly बनाएगा।

निष्कर्ष: नागपुर की पब्लिक ट्रांसपोर्ट का Sustainable Future

नागपुर में PM E-Bus Scheme की एंट्री urban mobility को नया आयाम देने वाली है। मई तक 40 e-buses सड़कों पर दौड़ने लगेंगी, और टोटल 150 e-buses का इंटीग्रेशन प्लान किया गया है।

MoHUA की इंस्पेक्शन टीम और Khapri-Koradi depots के इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट ने यह साफ कर दिया है कि नागपुर eco-friendly और smart transport ecosystem की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है।

अब बस इंतजार है कि ये नई e-buses सड़कों पर दौड़ें और हम सबको एक बेहतरीन, कम्फर्टेबल और ग्रीन ट्रांसपोर्ट एक्सपीरियंस दें! 🚍⚡

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