Maharashtra Real Estate : क्या होम बायर्स की शिकायतें दूर होंगी?
अभी भी 80% से अधिक प्रोजेक्ट्स में शिकायत निवारण सेल नहीं!
क्या होगा रियल एस्टेट सेक्टर का भविष्य?
अरे दोस्त, तुझे पता है? महाराष्ट्र में रियल एस्टेट की दुनिया में कुछ नए और ज़बरदस्त कदम उठाए जा रहे हैं। Maharashtra Real Estate Regulatory Authority (MahaRERA) ने होम बायर्स की शिकायतों को जल्द और प्रभावी तरीके से सुलझाने के लिए सभी Real Estate projects में शिकायत निवारण सेल्स (complaint redressal cells) बनाना अनिवार्य कर दिया है। ये कदम अगस्त 2023 में उठाया गया था, लेकिन अभी तक सिर्फ 195 प्रोजेक्ट्स ने ही इस निर्देश का पालन किया है।

शिकायत निवारण सेल्स की अहमियत
तू सोच, जब हम घर खरीदते हैं तो कितनी चीज़ों का ध्यान रखना पड़ता है। सही जानकारी मिलना बहुत ज़रूरी है। डिवेलपर्स अक्सर प्रोजेक्ट की जानकारी कई तरीकों से देते हैं, जैसे व्यक्तिगत मुलाकात, मार्केटिंग टीम्स और वेबसाइट्स के जरिए।
लेकिन कई बार ये लोग पोस्ट-सेल शिकायतों के लिए कोई खास संपर्क व्यक्ति नहीं बताते। इससे शिकायतें उलझ जाती हैं, देर हो जाती है और समझ में गलतफहमियाँ भी हो जाती हैं।
प्रोजेक्ट की क्रेडिबिलिटी बढ़ाना
MahaRERA का कहना है कि हर प्रोजेक्ट में कम से कम एक शिकायत निवारण अधिकारी होना चाहिए, जिसकी संपर्क जानकारी प्रोजेक्ट साइट और डिवेलपर की वेबसाइट पर प्रमुखता से दिखाई देनी चाहिए।
इससे होम बायर्स को सही और समय पर जानकारी मिल सकेगी और प्रोजेक्ट की क्रेडिबिलिटी बढ़ेगी। और अगर डिवेलपर्स शिकायतों की संख्या और उनका निपटारा भी ट्रांसपेरेंट तरीके से दिखाएं, तो इससे बायर्स का ट्रस्ट और भी बढ़ जाएगा।
सर्विस सेक्टर में ट्रस्ट बनाना
कंस्ट्रक्शन सेक्टर, जो कि पारंपरिक रूप से प्रोडक्ट-ओरिएंटेड माना जाता था, अब सर्विस-ओरिएंटेड सेक्टर में बदल रहा है। शिकायत निवारण सेल्स की स्थापना करना इस बदलाव के लिए ज़रूरी है।
MahaRERA के चेयरमैन अजय मेहता का कहना है कि एक मजबूत शिकायत निवारण सिस्टम सेक्टर की क्रेडिबिलिटी बढ़ाने और शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण है।
Real Estate वर्तमान स्थिति
अभी तक की रिव्यू में, महाराष्ट्र में सिर्फ 195 प्रोजेक्ट्स ने ही शिकायत निवारण सेल्स की स्थापना की है और उसकी जानकारी अपनी वेबसाइट पर डाली है। ये अनुपालन की कमी दिखाती है और इसमें सुधार की ज़रूरत है। डिवेलपर्स को इन सेल्स की स्थापना को प्राथमिकता देनी चाहिए ताकि वे रेगुलेटरी आवश्यकताओं के साथ-साथ बायर्स की संतुष्टि को भी बढ़ा सकें।
MahaRERA का रिस्पॉन्स और आगे के कदम
MahaRERA पूरी तरह से compliance सुनिश्चित करने के लिए सक्रिय कदम उठा रहा है। अथॉरिटी डिवेलपर्स के साथ मिलकर इन शिकायत निवारण सेल्स की स्थापना सुनिश्चित कर रही है और होम बायर्स की शिकायतों को प्रभावी तरीके से सुलझाने का प्रयास कर रही है।
यह पहल रियल एस्टेट सेक्टर में ट्रांसपेरेंसी और accountability बढ़ाने के बड़े प्रयास का हिस्सा है।
निष्कर्ष
शिकायत निवारण सेल्स की स्थापना महाराष्ट्र में Real Estate Sector की ट्रांसपेरेंसी, accountability और क्रेडिबिलिटी को बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।
अभी तक कुछ ही प्रोजेक्ट्स ने इस निर्देश का पालन किया है, लेकिन MahaRERA के प्रयासों से पूरी compliance की उम्मीद है। प्रभावी संचार और शिकायतों का त्वरित निपटारा सुनिश्चित करके, Real Estate Sector अधिक ट्रस्ट बना सकता है और लंबी अवधि में ग्रोथ और सफलता सुनिश्चित कर सकता है।
इन उपायों का पालन करके और बायर्स की संतुष्टि पर ध्यान केंद्रित करके, डिवेलपर्स अपनी reputation और क्रेडिबिलिटी में काफी सुधार कर सकते हैं।
शिकायत निवारण सेल्स को स्थापित और प्रभावी रूप से कार्यान्वित करना न केवल MahaRERA के निर्देश का पालन करेगा, बल्कि अचल संपत्ति बाजार के सभी stakeholders के लिए एक सकारात्मक और विश्वसनीय वातावरण भी बनाएगा।