आंध्र प्रदेश सरकार की ऐतिहासिक पहल: 1.14 लाख परिवारों के लिए Housing Scheme

आंध्र प्रदेश सरकार एक महत्वपूर्ण कदम उठाने जा रही है, जिसमें वह सभी को सस्ती और स्थायी Housing Scheme उपलब्ध कराने के अपने मिशन को पूरा करने की ओर बढ़ेगी। 1 फरवरी को राज्य सरकार अपने प्रमुख Housing Scheme के तहत 1.14 लाख लाभार्थियों को घर की चाबियां सौंपेगी। यह पहल आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों की हाउसिंग आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए एक बड़ा कदम है और कल्याण व विकास के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
मुख्यमंत्री की अगुवाई में सामूहिक गृहप्रवेश समारोह
मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू इस ऐतिहासिक आयोजन का उद्घाटन तनुकु निर्वाचन क्षेत्र के थेताली गांव में एक भव्य गृहप्रवेश समारोह के साथ करेंगे। इसी के साथ, अन्य मंत्री, विधायक और पार्टी के नेता अपने-अपने क्षेत्रों में समान कार्यक्रम आयोजित करेंगे, जो राज्य के समग्र विकास के प्रति एकजुट दृष्टिकोण को उजागर करता है।
वित्तीय चुनौतियों के बावजूद तेज निर्माण
हाउसिंग मंत्री कोलुसु पार्थसारथी ने बताया कि सिर्फ छह महीने में 1.14 लाख घरों का निर्माण एक बड़ी उपलब्धि है। यह कार्य वित्तीय चुनौतियों के बावजूद किया गया, जो पिछली वाईएसआरसीपी सरकार के दौरान हाउसिंग के लिए आवंटित ₹4,500 करोड़ के गबन की वजह से हुई थी। मंत्री ने कहा कि वर्तमान सरकार के कुशल प्रबंधन ने इस लक्ष्य को हासिल करने में मदद की।
बकाया भुगतान और वित्तीय प्रतिबद्धताओं का समाधान
राज्य सरकार ने पहले ही लाभार्थियों के पुराने बकाए को चुकाने के लिए ₹502 करोड़ जारी किए हैं। साथ ही, 2014 से 2019 के बीच पूरे हुए घरों के सभी लंबित बिलों का निपटारा करने का वादा किया है। मंत्री ने दावा किया कि पिछली सरकार ने जानबूझकर ₹900 करोड़ का भुगतान रोक दिया था, जिससे लाभार्थियों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
Housing Scheme की मुख्य विशेषताएं
यह Housing Scheme स्थायी आवास उपलब्ध कराने के उद्देश्य से बनाई गई है। इसकी मुख्य विशेषताएं निम्नलिखित हैं:
- हाउस-साइट्स की पहचान: गरीबों को आवंटित करने के लिए ज़मीन की पहचान जिला कलेक्टर और विधायकों द्वारा की जाएगी। ग्रामीण क्षेत्रों में तीन सेंट और शहरी क्षेत्रों में दो सेंट भूमि देने की योजना है।
- हाई-लेवल कमेटी: राजस्व मंत्री की अध्यक्षता में एक राज्य-स्तरीय कमेटी और कलेक्टरों के नेतृत्व में जिला-स्तरीय कमेटियां बनाई गई हैं।
- गाइडलाइंस: हाउस-साइट्स योजना के लिए जल्द ही विस्तृत गाइडलाइंस जारी की जाएंगी।
रोज़गार और आर्थिक विकास को बढ़ावा
यह योजना बड़े पैमाने पर रोज़गार के अवसर पैदा करने की ओर भी केंद्रित है:
- सात करोड़ कार्य दिवस: इस परियोजना के तहत महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोज़गार गारंटी योजना (NREGS) के अंतर्गत सात करोड़ कार्य दिवस सृजित होंगे।
- वेतन वितरण: Housing Scheme के तहत ₹2,100 करोड़ का वेतन वितरण होगा।
- GST बढ़ोतरी: NREGS के तहत सामग्री घटक से GST राजस्व में वृद्धि होगी, जिससे राज्य की अर्थव्यवस्था को मदद मिलेगी।
SCs और STs के लिए विशेष प्रोत्साहन
सामाजिक समानता सुनिश्चित करने के लिए सरकार ने हाशिये पर रह रहे समुदायों को अतिरिक्त प्रोत्साहन प्रदान किया है:
- विशेष अनुदान: अनुसूचित जातियों (SCs) के लिए ₹50,000 और अनुसूचित जनजातियों (STs) के लिए ₹75,000 का अतिरिक्त अनुदान।
- यूनिट लागत में वृद्धि: इन समुदायों को और सहायता देने के लिए यूनिट लागत बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है।
PMAY 1.0 की समयसीमा में विस्तार
मुख्यमंत्री के अनुरोध पर, केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) 1.0 के तहत घरों के निर्माण की समयसीमा दिसंबर 2024 से बढ़ाकर दिसंबर 2025 कर दी है। इससे राज्य को अतिरिक्त सात लाख घरों का लक्ष्य पूरा करने के लिए पर्याप्त समय मिलेगा।
भविष्य के लिए विज़न
मुख्यमंत्री का विज़न केवल आवास उपलब्ध कराने तक सीमित नहीं है। यह योजना गरीबों के जीवन को स्थिरता, रोज़गार सृजन, और आर्थिक प्रगति के माध्यम से बेहतर बनाने का एक समग्र दृष्टिकोण प्रस्तुत करती है। सुनियोजित और समर्पित कार्यान्वयन के साथ, आंध्र प्रदेश सरकार कल्याणकारी पहलों में एक नया मानदंड स्थापित करने के लिए तैयार है।
आंध्र प्रदेश की Housing Scheme लाखों लोगों के लिए आशा की किरण है, जो समावेशी विकास और प्रगति के प्रति सरकार की अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाती है।