Chat on WhatsApp

नए Income Tax फायदे 2024-25: क्या आपके लिए खुशखबरी है?

नए Income Tax फायदे – क्या आप जानते हैं कि 2024-2025 वित्तीय वर्ष के लिए आपके आयकर में काफ़ी बदलाव हुए हैं?

जी हाँ! सरकार ने टैक्सपेयर्स को राहत देने के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की हैं।

लेकिन क्या ये बदलाव आपके लिए फायदेमंद हैं?

यह जानने के लिए, आगे पढ़ें…

Income Tax
Income Tax फायदे 2024-25

…जहां हम नए टैक्स स्लैब,
बढ़ी हुई स्टैंडर्ड डिडक्शन,
और पेंशनर्स और सीनियर सिटीजन्स के लिए विशेष लाभों का खुलासा करेंगे!

Chat on WhatsApp

इसके अलावा, हम आपको बताएंगे:

  • एंजल टैक्स कैसे खत्म हो गया है
  • Vivaad se Vishwas Yojana 2024 कैसे आपके पुराने टैक्स विवादों को सुलझाने में मदद कर सकती है
  • शहरी 2.0 प्रधानमंत्री आवास योजना में क्या अलग है
  • 12 नए इंडस्ट्रियल पार्क्स कैसे रोजगार के अवसर पैदा करेंगे
  • Income Tax प्रावधानों को कैसे सरल बनाया गया है
  • ई-कॉमर्स और फाइनेंशियल इंस्ट्रूमेंट्स पर टैक्स कैसे बदल गया है
  • और भी बहुत कुछ!

A title has to be written for this content, but this title will remain 90% only, after that …. has to be written, so that curiosity remains in the title. नमस्ते दोस्त! मैंने सोचा कि तुम्हें नए Income Tax बेनिफिट्स के बारे में बताऊं, जो वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए पेश किए गए हैं। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जो बजट पेश किया है, उसमें काफी बड़े बदलाव किए गए हैं। चलो, सबकुछ मजेदार और सरल तरीके से समझते हैं।

ये भी पढ़े :-  मोदी 3.0 की उम्मीदों से रियल एस्टेट शेयरों में तेजी; निफ्टी रियल्टी इंडेक्स नई ऊँचाइयों पर पहुंचा

नए Income Tax स्लैब्स: टैक्सेशन को आसान बनाना

टैक्सेशन सिस्टम को आसान बनाने और टैक्सपेयर्स को राहत देने के लिए नए Income Tax स्लैब्स घोषित किए गए हैं। चलो, इनको देखते हैं:

₹3,00,000 तक की इनकम: कोई टैक्स नहीं
₹3,00,001 से ₹7,00,000 तक: 5%
₹7,00,001 से ₹10,00,000 तक: 10%
₹10,00,001 से ₹12,00,000 तक: 15%
₹12,00,001 से ₹15,00,000 तक: 20%
₹15,00,000 से ऊपर: 30%

स्टैंडर्ड डिडक्शन बढ़ोतरी

सैलरीड इंडिविजुअल्स और पेंशनर्स के लिए स्टैंडर्ड डिडक्शन भी बढ़ा दिया गया है। यह बदलाव उन्हें अच्छी राहत देगा।

पेंशनर्स और सीनियर सिटीजन्स के लिए फायदे

बजट में पेंशनर्स और सीनियर सिटीजन्स के लिए खासतौर पर कुछ फायदे दिए गए हैं। फैमिली पेंशन पर डिडक्शन को ₹15,000 से बढ़ाकर ₹25,000 कर दिया गया है।

स्टार्ट-अप्स के लिए एंजल टैक्स का खात्मा

एंजल टैक्स को पूरी तरह से खत्म कर दिया गया है। इससे स्टार्ट-अप इकोसिस्टम को बढ़ावा मिलेगा और इनोवेशन को प्रोत्साहन मिलेगा।

नए टैक्स डिस्प्यूट सॉल्यूशन: Vivaad se Vishwas Yojana 2024

सरकार ने लंबे समय से चल रहे टैक्स डिस्प्यूट्स को सुलझाने के लिए Vivaad se Vishwas Yojana 2024 की शुरुआत की है। इसके मुख्य प्रावधान ये हैं:

  • कैपिटल गेंस एक्सेम्प्शन बढ़ाकर ₹1.25 लाख प्रति वर्ष किया गया है।
  • सिक्योरिटीज ट्रांजैक्शन टैक्स (STT) में 0.02% की वृद्धि की गई है।
  • शेयर बायबैक पर टैक्स लागू किया गया है।
ये भी पढ़े :-  Challa Sreenivasulu Setty का SBI के CASA में गिरावट पर खुलासा

Pradhan Mantri Awas Yojana-Urban 2.0

इस योजना के लिए ₹10 लाख करोड़ का बड़ा बजट आवंटित किया गया है, जो गरीब और मिडिल-क्लास फैमिलीज की हाउसिंग जरूरतों को पूरा करेगा।

नए इंडस्ट्रियल पार्क्स का विकास

नेशनल इंडस्ट्रियल कॉरिडोर डेवलपमेंट प्रोग्राम के तहत 12 नए इंडस्ट्रियल पार्क्स का विकास किया जाएगा, जिससे इंडस्ट्रियल ग्रोथ और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।

Income Tax प्रावधानों का सरलीकरण

Income Tax प्रावधानों को सरल बनाने के लिए कई उपाय किए गए हैं, जिनमें शामिल हैं:

  • रिओपनिंग और रीएस्सेसमेंट: ₹50 लाख या उससे अधिक की छूट वाली इनकम के लिए, असेसमेंट ईयर के अंत के बाद तीन साल बाद रिओपनिंग की जा सकती है, अधिकतम पांच साल की अवधि के साथ।
  • सर्च केसेस: सर्च ईयर से छह साल की समय सीमा प्रस्तावित की गई है, जो वर्तमान दस साल की सीमा से कम है।

ई-कॉमर्स और फाइनेंशियल इंस्ट्रूमेंट्स पर टैक्स रेट में बदलाव

  • दीर्घकालिक पूंजीगत लाभ: वित्तीय और गैर-वित्तीय दोनों ही दीर्घकालिक लाभ 12.5% कर के अधीन होंगे।
  • TDS में कमी: ई-कॉमर्स कंपनियों के लिए TDS रेट 1% से घटाकर 0.1% कर दिया गया है।

अन्य महत्वपूर्ण टैक्स बदलाव

  • चैरिटी के लिए सिंगल टैक्स एक्सेम्प्शन सिस्टम।
  • स्टैंडर्ड डिडक्शन बढ़ाकर ₹50,000 से ₹75,000 किया गया।
  • विभिन्न पेमेंट्स के लिए 2% TDS (5% की बजाय)।
  • म्यूचुअल फंड या UTI के रिडेम्प्शन पर 20% TDS हटाया गया।
  • ऑनलाइन खुदरा विक्रेताओं के लिए टीडीएस को घटाकर 0.1% कर दिया गया।
ये भी पढ़े :-  Union Budget 2025: रियल एस्टेट की ग्रोथ और सस्टेनेबिलिटी के लिए अहम सुधार

सावधानीपूर्वक टैक्स सिस्टम की प्रतिबद्धता

वित्त मंत्री ने सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया कि टैक्स सिस्टम को समझदारी से चलाया जाएगा। टैक्सपेयर्स के योगदान को राष्ट्रीय विकास और जनकल्याण के लिए अच्छी तरह से उपयोग किया गया है।

डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन में वृद्धि

पिछले दशक में डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन में तीन गुना वृद्धि हुई है, जो टैक्स सिस्टम की बढ़ती कंप्लायंस और दक्षता को दर्शाता है। टैक्स रिटर्न फाइलर्स की संख्या 2.4 गुना बढ़ी है, और टैक्स रिफंड्स का समय 93 दिनों से घटकर सिर्फ 10 दिन हो गया है।

तो दोस्त, ये थे नए Income Tax बेनिफिट्स के मुख्य बिंदु। उम्मीद है कि ये बदलाव टैक्सपेयर्स के लिए फायदेमंद साबित होंगे और हमारा टैक्सेशन एनवायरनमेंट और भी अच्छा बनेगा।

Leave a Comment