PMAY-G के तहत अब सबका सपना होगा पूरा!
ओडिशा सरकार ने प्रधान मंत्री आवास योजना-ग्रामीण (PMAY-G) के लिए लाभार्थियों की पहचान के लिए एक ऐतिहासिक सर्वेक्षण शुरू किया है। इसका उद्देश्य सभी पात्र परिवारों को स्थायी ‘पक्का’ घर प्रदान करना है।

इस पहल की आधिकारिक शुरुआत पंचायती राज और पेयजल मंत्री रबी नारायण नाइक ने पुरी जिले के अर्जुनसिंहपुर गांव से की। यह कदम “सबके लिए आवास” के लक्ष्य को पूरा करने की दिशा में एक बड़ा प्रयास है।
सर्वेक्षण का अवलोकन और समय-सीमा
यह सर्वेक्षण जनवरी 2025 में शुरू हुआ और दो महीने तक चलेगा। इसमें हाल ही में राज्य सरकार द्वारा लागू की गई शिथिल पात्रता मानदंड के तहत सभी योग्य परिवारों को शामिल किया जाएगा। इनमें वे परिवार भी शामिल हैं, जो शादी या पीढ़ीगत विभाजन के कारण अलग हो गए हैं, और जो पहले के सर्वेक्षण में छूट गए थे।
सर्वेक्षण की मुख्य विशेषताएं:
- ऐसे आवेदकों को शामिल करना जिनके पास दोपहिया वाहन, फ्रिज या लैंडलाइन फोन जैसी संपत्ति है।
- आवेदन शुल्क को हटाकर इसे सभी के लिए सुलभ बनाना।
- ऑनलाइन और ऑफलाइन आवेदन प्रक्रिया को सरल बनाना।
शिथिल पात्रता मानदंड
ओडिशा सरकार ने पात्रता का दायरा बढ़ा दिया है। अब मासिक परिवार आय सीमा ₹15,000 तक कर दी गई है। आग, हाथी के हमले या प्राकृतिक आपदा जैसी अप्रत्याशित घटनाओं से प्रभावित परिवारों को भी, यदि वे PMAY-G में शामिल नहीं हैं, तो अंत्योदय गृह योजना के तहत शामिल किया जाएगा।
यह समावेशी दृष्टिकोण यह सुनिश्चित करता है कि किसी भी वंचित परिवार को आवास सहायता से वंचित न किया जाए।
आवेदन प्रक्रिया को सरल बनाया गया
प्रक्रिया को आसान और उपयोगकर्ता के अनुकूल बनाने के लिए आवेदन निम्नलिखित माध्यमों से किया जा सकता है:
- पंचायत कार्यालय: लाभार्थी अपने स्थानीय पंचायत कार्यालय में जाकर फॉर्म भर और जमा कर सकते हैं।
- मोबाइल एप्लिकेशन: एक डेडिकेटेड ऐप विकसित किया गया है, जो उपयोगकर्ताओं को अपने स्मार्टफोन से आसानी से आवेदन करने की सुविधा देता है।
लंबित मामलों के लिए पुनः आवेदन
जो लोग पहले आवेदन कर चुके हैं और आवंटन की प्रतीक्षा कर रहे हैं, उन्हें नए दिशा-निर्देशों के तहत फिर से आवेदन करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। इससे यह सुनिश्चित होगा कि पहले के चरणों से लंबित 50,000 से अधिक आवेदन फिर से जांचे जाएं।
महत्वपूर्ण उपलब्धियां और भविष्य के लक्ष्य
PMAY-G के तहत सरकार ने उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की हैं:
- 28.25 लाख घर स्वीकृत।
- 23 लाख घर पहले ही बनाए जा चुके हैं।
हाल ही में केंद्रीय कैबिनेट ने 2029 तक देशभर में दो करोड़ घरों के निर्माण को मंजूरी दी है। ओडिशा इस महत्वाकांक्षी लक्ष्य में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए तैयार है।
इस योजना का वित्त पोषण केंद्र और राज्य के बीच सहयोग का प्रतीक है, जो ग्रामीण विकास के प्रति एकीकृत दृष्टिकोण को दर्शाता है।
पहल का प्रभाव
यह पहल ओडिशा भर में परिवर्तनकारी बदलाव लाने का वादा करती है:
- आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के जीवन स्तर को बेहतर बनाना।
- आपदाओं से प्रभावित परिवारों को सुरक्षित आश्रय प्रदान करना।
- ग्रामीण बुनियादी ढांचे को मजबूत करना और सामुदायिक विकास में योगदान देना।
बेहतर भविष्य के लिए एक दृष्टि
PMAY-G के तहत ओडिशा सरकार के सक्रिय उपाय ग्रामीण समुदायों को सशक्त बनाने की उनकी अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं। पिछली खामियों को दूर करके और नवीन समाधानों को अपनाकर राज्य एक उज्जवल और अधिक न्यायपूर्ण भविष्य की दिशा में आगे बढ़ रहा है।